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पूर्व मेयर रामपाल समेत तीन रुद्रपुर के भाजपा नेताओं पर दर्ज हुआ मुकद्दमा, कुर्सी खिसकते ही कानून का कसा शिकंजा। न्यायालय के सामने सिस्टम का दोहरा चरित्र हुआ फेल। न्यायपालिका का इकबाल हुआ बुलंद। संविधान में गरीबों के लिए भी है समान कानून व्यवस्था।

 रुद्रपुर । शहर के शैलजा फार्म स्थित आश्रम के महंत ने निवर्तमान मेयर और दो भाजपा नेताओं पर आश्रम की भूमि कब्जाने और हरे भरे पेड़ काटने का आरोप लगाया है। महंत की याचिका पर सुनवाई करने के बाद पुलिस ने मेयर सहित दोनों भाजपा नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में महंत की शिकायत पर पूर्व में निगम की तरफ से हुई जांच में भी तीनों पर सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप साबित हुआ था, लेकिन सत्ताधारी नेता होने की बजह से सिस्टम कार्यवाही की जहमत नहीं उठा पाया था।


जानकारी के अनुसार वार्ड-12 सनकादिक तपस्थली राधा कृष्ण कुंड शैलजा फार्म थाना ट्रांजिट कैंप के रहने वाले महंत राम बालक दास ने बताया कि आश्रम परिसर में पिछले कुछ सालों से गौ माता सेवा की जाती है और गौशाला में गायों की छाया के लिए कुछ पौधे लगाए गए थे। जिसमें सागौन के काफी पेड़ थे। आरोप था कि गौशाला की भूमि और पेड़ों को हड़पने की नीयत से तत्कालीन मेयर रामपाल सिंह, समेत दो अन्य नेताओं ने 28 मार्च 2021 को निगम के कर्मचारियों के साथ मिलकर राधाकुंड परिसर में घुसे। आरोप था कि मेयर  रामपाल सिंह व भाजपा नेताओं के इशारे पर कर्मचारियों ने परिसर में लगे 50 से 60 सागौन के हरे भरे पेड़ों को अवैध तरीके से कटवा कर नीचे गिरा दिए और रात्रि के समय आकर उसके लठ्ठे बनाकर साथ ले गए। आरोप था कि पेड़ों की जड़ों को मिट्टी से भर कर निशान मिटाने का प्रयास किया। आरोप था कि इस संबंध में कई बार जिला एवं पुलिस प्रशासन को लिखित शिकायती पत्र देकर अवगत कराया। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की। 


सीएम पोर्टल पर शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तो आश्रम के महंत 29 अगस्त 2023 को न्यायालय में याचिका दायर की और सुनवाई के बाद अदालत ने पुलिस को आदेशित किया। इसके बाद पुलिस ने अदालत के आदेश पर मेयर रामपाल सिंह, सीएम पुष्कर सिंह धामी के करीबी एक भाजपा के नामचीन नेता पूर्व नगर महामंत्री रोशन अरोरा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। घटना के समय आरोप लगा था कि मेयर के इशारे पर आश्रम में मौजूद गायों को खोलकर भगा दिया गया था,साथ ही राधा कुंड को भी ध्वस्त किया था,मेयर ने निगम के ही एक कर्मचारी को गौशाला के भवन में बैठा दिया था, बाद में उसके नाम का विघुत संयोजन भी लगा दिया,वहीं अन्य भाजपा नेताओं ने फार्म की करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है,

बताया जा रहा कि मुकदमे में जिन तीन लोगों का नाम शामिल है उसके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी शैलजा फार्म की जमीन पर कब्जा कर रखा है। मुकदमा दर्ज होते ही मीडिया जगत में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है पूरा मामला राजनीतिक नेताओं से जुड़ा हुआ है। लोगों ने जब इस मामले पर थाना प्रभारी से बात करनी चाहिए तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया वही इस मामले की पुष्टि क्षेत्राधिकार ने की है।

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